फैक्ट चेकिंग (Fact-checking) के लिए मशहूर वेबसाइट ऑल्ट न्यूज़ (Alt News) के को-फाउंडर पत्रकार मोहम्मद जुबैर (Mohammed Zubair) को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने अरेस्ट कर लिया है. जुबैर पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप लगे हैं. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने उन्हें आईपीसी की धारा 153 और 295 के तहत अरेस्ट किया है. दिल्ली पुलिस की तरफ से कहा गया है कि मोहम्मद जुबैर की तरफ से सोशल मीडिया में एक विशेष धर्म समुदाय के खिलाफ जानबूझकर फोटो पोस्ट की गई थी, जिससे लोगों के बीच अशांति फैल रही थी.
दिल्ली पुलिस ने कहा है कि, लोगों के बीच नफरत फैलाने के लिए जुबैर के खिलाफ पर्याप्त सबूत हैं, इसी के आधार पर उन्हें गिरफ्तार किया गया है. दूसरी तरफ ऑल्ट न्यूज़ को फाउंडर प्रतीक सिन्हा (Pratik Sinha) ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़े किए हैं. उनका कहना है कि दिल्ली पुलिस ने अन्य मामले में पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन गिरफ्तारी दूसरे मामले में हुई है.
उन्होंने कहा है कि जुबैर को दूसरे मामले के लिए किसी तरह का भी नोटिस नहीं दिया गया. बार-बार अनुरोध के बावजूद हमें एफआईआर की कॉपी नहीं दी गई. प्रतीक सिन्हा ने दावा किया है कि मेडिकल जांच के बाद जुबेर को किसी अज्ञात स्थान पर ले जाया जा रहा है, पुलिस वालों ने अपने नाम का टैग भी नहीं लगाया है, जुबैर के वकीलों को इसकी जानकारी नहीं दी जा रही है. प्रतीक के मुताबिक पुलिस वैन में वह भी थे.
Please note. pic.twitter.com/gMmassggbx
— Pratik Sinha (@free_thinker) June 27, 2022
आपको बता दें कि इस पूरे मामले में तमाम राजनीतिक दलों के नेताओं ने दिल्ली पुलिस की कार्रवाई की निंदा की है. इसके अलावा रवीश कुमार (Ravish Kumar) ने भी इसको लेकर अपनी बात रखी है. उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा है कि, वह झूठ उजागर कर रहा था, तब उससे ख़तरा हो गया. धर्म के नाम पर नफ़रत के खेल को उजागर किया, तो उसी से नफ़रत हो गई. आहत भावनाओं के इस खेल में उन्हें ख़तरा नहीं जो झूठ के तंत्र के साथ हैं. ख़तरा उन्हें है जो झूठ को उजागर करते हैं. ज़ुबैर जेल में है.
रवीश कुमार ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए लिखा है कि, अमरीका में भारत के चीफ जस्टिस ने कहा है कि नागरिकों को स्वतंत्रता-लोकतंत्र को बनाए रखने के लिए अथक परिश्रम करना चाहिए. जस्टिस चंद्रचूड़ कह चुके हैं कि सरकार के झूठ को उजागर करते रहना चाहिए. दोनों काम के कारण ज़ुबैर जेल में है. कुछ निंदा कर रहे हैं, बाक़ी जश्न मना रहे हैं.
दूसरी तरफ द्वारका में आईएफएसओ पुलिस स्टेशन के डीएसपी केपीएस मल्होत्रा ने कहा है कि जुबैर को उनके खिलाफ हाल ही में आईपीसी की धारा 153 ए और 295ए के तहत दर्ज मामले में गिरफ्तार किया गया है. यह ऐसे ट्वीट के बारे में था जो कानूनी पहलुओं और धार्मिक ताने-बाने पर किए गए थे, जिससे समाज में नफरत फैल सकती है. कुछ ट्वीट सेना को लेकर थे, जो सीमा पार से संबंधित है. जिनमें से कुछ अब पिछले कुछ दिनों में हटा दिए गए हैं. हम इसकी भी जांच करना चाहते हैं. इससे पहले उन्हें पुलिस द्वारा एक मामले में क्लीन चिट दी गई थी. हमारी जांच निष्पक्ष है.