बीजेपी के नेताओं की बयानबाजी से ऐसा लग रहा है कि वह उठती हुई कांग्रेस को देखकर घबराई हुई है. महंगाई के खिलाफ कांग्रेस के नेताओं ने काले कपड़े पहन कर विरोध प्रदर्शन किया, इसको अमित शाह (Amit Shah) ने मुस्लिम तुष्टीकरण से जोड़ दिया. कांग्रेस का यह विरोध प्रदर्शन कांग्रेस के अंदर उर्जा का नए रूप में संचार कर रहा है. संसद से राहुल गांधी तो कांग्रेस हेड क्वार्टर से प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने महंगाई के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का मोर्चा संभाला था.
राहुल गांधी और प्रियंका गांधी दोनों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था. हिरासत में लिए जाने का विरोध राहुल गांधी ने भी किया, लेकिन ज्यादा चर्चा प्रियंका गांधी के वायरल वीडियोस की रही. कांग्रेस के विरोध के तरीके और तारीख को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अयोध्या में चल रहे राम मंदिर निर्माण के विरोध से जोड़ा तो कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी भगवान राम का नाम लेकर पलटवार किया.
महंगाई के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कांग्रेस ने 5 अगस्त को किया. अमित शाह ने पूछा कि आखिर कांग्रेस ने प्रदर्शन के लिए आज का ही दिन क्यों चुना और फिर याद दिलाया, क्योंकि आज ही के दिन प्रधानमंत्री मोदी ने अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि पर मंदिर का शिलान्यास किया था. कांग्रेस नेतृत्व पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, यह प्रदर्शन इसलिए किया गया था कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा 2020 में राम मंदिर की नींव रखी जाने का विरोध किया जा सके.
अमित शाह ने कहा कि आज के दिन कांग्रेस ने काले कपड़ों में विरोध इसलिए किया, क्योंकि इसके माध्यम से वह संदेश देना चाहते थे कि हम राम जन्मभूमि के शिलान्यास का विरोध करते हैं और अपनी तुष्टिकरण की नीति को आगे बढ़ाना चाहते हैं. उन्होंने यह इल्जाम भी लगाया कि कांग्रेस खुले तौर पर राम मंदिर का विरोध नहीं कर सकती इसलिए गुप्त संदेश देने की कोशिश हो रही है. अमित शाह की तरफ से दावा किया गया कि कांग्रेस मंदिर निर्माण पर अपना विरोध जता रही है और प्रवर्तन निदेशालय की करवाई और महंगाई के मुद्दे को बहाना बना रही है.
बीजेपी की राजनीति के इर्द-गिर्द मुख्य रूप से दो ही एजेंडे देखने को मिलते हैं, एक हिंदुत्व और दूसरा राष्ट्रवाद. अगर ध्यान दिया जाए तो कांग्रेस के खिलाफ इन्हीं दो मुद्दों के सहारे बीजेपी देश में माहौल बनाने की कोशिश करती रही है. लेकिन इसके विपरीत राम मंदिर के विरोध की जो बात हो रही है तो भूमि पूजन की पूर्व संध्या पर प्रियंका गांधी ने बकायदा ट्विटर पर एक लंबा चौड़ा पोस्ट किया था. प्रियंका गांधी ने लिखा था रामलला के मंदिर के भूमि पूजन का कार्यक्रम राष्ट्रीय एकता बंधुत्व और सांस्कृतिक समागम का अवसर बने.
बीजेपी के नेताओं के आरोप पर कांग्रेस के नेताओं ने जबरदस्त पलटवार किया है. जयराम रमेश ने ट्विटर पर लिखा कि सवाल महंगाई, जीएसटी, बेरोजगारी पर और जवाब में फिर वही मंदिर-मस्जिद. लगता है जनता के सवाल साहिब के पाठ्यक्रम से बाहर के हैं. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि बेरोजगारी महंगाई और जीएसटी के खिलाफ कांग्रेस के लोकतांत्रिक और शांतिपूर्ण प्रदर्शन को बदनाम करने और उस से ध्यान भटकाने के लिए अमित शाह ने अयोध्या से जोड़ दिया है. जयराम रमेश ने लिखा कि, “सिर्फ बीमार मानसिकता के लोग ही ऐसे फर्जी तक देख सकते हैं, साफ है आंदोलन सूट की आवाज सही जगह पहुंची है”.
बीजेपी के नेताओं के आरोप पर प्रियंका गांधी ने एक ही ट्वीट में बगैर नाम लिए अमित शाह और योगी आदित्यनाथ दोनों को ही जवाब दिया. प्रियंका गांधी ने लिखा जो महंगाई बढ़ाकर दुर्बल जन को कष्ट देता है वह भगवान राम पर वार करता है. आगे उन्होंने लिखा, जो महंगाई के विरोध आंदोलन करने वालों को मिथ्या वचन कहता है वह लोकनायक राम और भारत के जन का अपमान करता है.